एक बहतरीन यॉर्कर बॉल से अच्छा कुछ नहीं होता, देखिए दिल्ली में आजकल कैसे फेंक रहे है लोग शायद इन्हें अपनी जवानी जे दिन याद आ गये है या फिर शरीर में जवानी ही चर्र चर्र बॉल रही है .
वैसे अगर देखा जाए तो कही ना कही ये भारत सरकार या फिर दिल्ली सरकार की ही कमी है। जो लोग इस तरह से भारत की सम्पत्ति को नुक़सान पहुँचाए जा रहे है आख़िरकार आता कहाँ से है इतना दूँसाहस जो इतना भयंकर काम करके भी हंस रहा है और यहाँ लोगों के थूकने पर भी चालान काटे जाते है , तो इनका भी कुछ दिन तो सही ख़िदमत मिलनी चाहिए ताकि आगे कम से कम सो बार सोचे.

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